Coarse and fine Sieve Analysis as per IS code 383-1970

Coarse and fine Sieve Analysis as per IS code 383-1970 

जब हम किसी भी डिजाइन मिक्स का कांक्रीट तैयार करते है तो सबसे पहले मिक्स के सभी अवयवो का एक परीक्षण करते है  जो डिजाइन मिक्स के अनुसार होनी चाहिए। सभी डिजाइन मिक्स के अवयव  उसके बताए गए अनुसार ही होना चाहिए अन्यथा डिजाइन मिक्स अलग हो सकता है और संरचना पर असर हो सकता है। इस लिए सभी मिक्स के अवयव की परीक्षण से गुजरना पड़ता है। 

नमूनाकरण और परीक्षण

नमूना-नमूना लेने की विधि IS: 2430-1969 के अनुसार होगी। प्रत्येक परीक्षण के लिए आवश्यक सामग्री की मात्रा IS: 2386 (भाग I)-1963 से IS: 2386 (भाग VIII)-1963 में दी गई परीक्षण के बताए अनुसार लिए जायेंगे।

सभी परीक्षण IS: 2386 (भाग I)-1963 से IS: 2386 (भाग VIII)-1963 में वर्णित अनुसार किए जाएंगे। जब तक जांच या आदेश में अन्यथा न कहा गया हो, सभी मामलों में डुप्लिकेट परीक्षण किए जाएंगे और दोनों परीक्षणों के परिणाम रिपोर्ट किए जाएंगे।

ऑल-इन-एग्रीगेट्स के मामले में, एग्रीगेट्स को पहले दो भागों में अलग किया जाएगा, एक भाग 4.75-मिमी आईएस छलनी से महीन और दूसरा 4-75-मिमी आईएस छलनी से अधिक मोटा, और प्रत्येक घटक के नमूनों पर उचित परीक्षण किए जाएंगे, पहले को बारीक समुच्चय के रूप में और बाद वाले को मोटे समुच्चय के रूप में परीक्षण किया जाएगा।

यदि समुच्चय की संतोषजनक प्रकृति के बारे में और अधिक पुष्टि की आवश्यकता है, तो आईएस: 516-1959 के 2 और 5 के अनुसार परीक्षण किए जा सकते हैं ताकि कंक्रीट के गुणों की तुलना समुच्चय के साथ की जा सके।


फाइन एग्रीगेट परीक्षण के लिए 10mm चालनी से 100 प्रतिशत पार होना चाहिए।

इस परीक्षण को चार जोन में बाटा गया है।

अलग अलग जोन के लिए अलग अलग अनुपात निर्धारित किए गए है।

जोन 1

इस में 4.75 mm चालनी से 90-100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

2.36mm चालनी से 60-95 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

1.18mm चालनी से 30-70 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 15-34 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

300 माइक्रोन चालनी से 5-20 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150माइक्रोन चालनी से 0-10 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे जोन प्रथम का अवयव कहा जाता है।




जोन 2

इस में 4.75 mm चालनी से 90-100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

2.36mm चालनी से 75-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

1.18mm चालनी से 55-79 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 35-59 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

300 माइक्रोन चालनी से 8-30 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150माइक्रोन चालनी से 0-10 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे जोन द्वितीय का अवयव कहा जाता है।

जोन 3

इस में 4.75 mm चालनी से 90-100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

2.36mm चालनी से 85-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

1.18mm चालनी से 75-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 60-79 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

300 माइक्रोन चालनी से 12-40 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150माइक्रोन चालनी से 0-10 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे जोन तृतीय का अवयव कहा जाता है।


जोन 4

इस में 4.75 mm चालनी से 90-100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

2.36mm चालनी से 95-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

1.18mm चालनी से 90-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 80-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

300 माइक्रोन चालनी से 15-50 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150माइक्रोन चालनी से 0-15 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे जोन चतुर्थ का अवयव कहा जाता है।


Coarse Aggregate के लिए परीक्षण ग्रेड 

40mm नॉमिनल साइज के लिए 

इसमें 80mm चालनी से 100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

40 mm चालनी से 95-100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

20mm चालनी से 45-75 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

4.75mm चालनी से 25-45 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 8-30 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150 माइक्रोन चालनी से 0-6 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे 40 mm नॉमिनल साइज का अवयव कहा जाता है।


20mm नॉमिनल साइज के लिए 

इसमें 40 mm चालनी से 100 प्रतिशत तक पार होना चाहिए।

20mm चालनी से 95-100 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

4.75mm चालनी से 30-50 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

600 माइक्रोन चालनी से 10-35 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

150 माइक्रोन चालनी से 0-6 प्रतिशत तक एग्रीगेट पार होना चाहिए।

इस प्रकार के अनुपात में यदि एग्रीगेट होता है तो उसे 20 mm नॉमिनल साइज का अवयव कहा जाता है।




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